यह कविता श्री राम और सीता के उस वियोग का वर्णन है जब लोक अपवाद के कारण श्री राम और सीता अलग होने का निर्णय लेते हैं। और माता सीता का परित्याग समाज के सामने होता है।यह सम्पूर्ण चित्रण धाराहवाहिक श्रीमद रामायण में चित्रित किया गया है🙏