भारी बारिश की वजह से बाढ़ आम बात है. जलवायु परिवर्तन की वजह से ऐसा ज़्यादा हो रहा है. ख़राब मौसम की समस्या अब दुनियाभर में है. जर्मनी में भी यह अब रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन गई है.
अलग-अलग विषयों के रिसर्चरों ने अब जलवायु परिवर्तन से निपटने की ठान ली है. जैसे जर्मनी के हेसे राज्य की कासेल यूनिवर्सिटी में एक ऐसा नया तरीक़ा विकसित किया जा रहा है, जिससे कंक्रीट बनाते समय कम CO2 उत्सर्जित हो.
गीसन के पड़ोसी शहर में दो रिसर्चरों ने संयोग से बायोप्लास्टिक की खोज की. जिसकी शुरुआत एक भूली-बिसरी पेट्री डिश से हुई और जो अब इलाक़े की पैकेजिंग इंडस्ट्री में क्रांति लाने के लिए तैयार है.
इन सभी उदाहरणों से पता चलता है कि कैसे विज्ञान जलवायु को बचाने की कड़ी कोशिश कर रहा है. फ़िल्म में हम आपको लैब में भी ले चलेंगे और दिखाएंगे कि आज की खोजों से हमारे भविष्य की ज़िंदगी पर क्या असर पड़ेगा.
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