ब्राजील का अधिकांश हिस्सा भारी बारिश से प्रभावित होता है, किन्तु जानवरी से लेकर मई तक के महीने में यहाँ बारिश देख पाना काफी दुर्लभ हो जाता है, इस सूखे के मौसम में गर्मी अपने चरम पर होती है, और ऐसे में कभी कभार ये जगंल आग भी पकड़ सकते है, हालाँकि घने वर्षो वनों के भीतरी इलाके आग से अधिक प्रभावित नहीं होते, किन्तु जहाँ पेड़ पौधे कम होते है, वहां सूर्य के तेज रौशनी पड़ने के कारण घास सुख जाती है, और ऐसे में आग तेजी से फैलती है, इस आग का शिकार बनने से बचने के लिए सभी जीव चारो दिशाओं में दौड़ने लगते है, लेकिन अफ़सोस, ये दौड़ने का विकल्प हर किसी के पास हो, ऐसा जरूरी नहीं है, ये पक्षी कैम्पों कहलाता है, जोकि दीमको द्वारा छोड़ी गई बाम्बी के मध्य में अपना घोंसला बना डालता है, मादा कैम्पों आग से डरी हुई है, और घोंसले को छोडकर उड़ जाना चाहती है, लेकिन समस्या ये है, के घोंसले के भीतर इसके अहसाय चूजे भी मौजूद है, भला ऐसे में एक मां अपने शिशुओ को आग के हवाले छोड़ कर कैसे जाए, लेकिन तेज लपटों ने इस माँ की ममता को हरा दिया, और आखिकार ये कैम्पों मादा अपने बच्चो को किस्मत के भरोसे छोड़ कर उड़ गई,