हास्य हमेशा से मन को शान्त करता आया है, एक अच्छे मनोरंजन के साथ, मुरली दीवान जी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं, उनकी सीधी सरल भाषा में गड़े गए हास्य कविताएं समाज के हर व्यक्ति को पहली ही श्रवण में पसन्द आ जाते हैं। ऐसे ही मौका मिला मुझे एक हास्य कवि सम्मेलन में उनकी भरत मिलाप कविता को सुनने और रिकॉर्ड करने का। आप सब भी सुनिए और आनन्द लीजिए ।