#Hathiyathal_Asharm_Rurkee
#MhatamaRajkumarDasJi
नाथ से दास, सैनी से चमार बनकर कर रहें हैं जनसेवा कर रहे हैं महात्मा राजकुमार दास ________
अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन आश्रम सच्चा धाम ट्रस्ट हथियातल के महंत श्री राजकुमार दास जी महाराज का जीवन किसी रहस्य से कम नहीं है।
महात्मा श्री राजकुमार दास जी की जीवन की कहानी सुनकर हर कोई उनकी सादगी और शालीनता का दीवाना हो जाता है। महात्मा राजकुमार दास जी का जन्म पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के थाना सतवार के गांव बलुईपर में सैनी समाज में श्री रामकृपाल महतो व श्रीमति सावित्री देवी की गोद में हुआ था। एक बाढ़ सुनामी में 7 वर्ष की आयु में ही उनके माता पिता का साया उनके सिर से उठ गया था, तभी से उन्होंने सन्यास जीवन ग्रहण कर लिया। सच्चे गुरु की आस में वह लगातार घूमते रहे फिर उन्होंने नाथपंथी जीवन को ग्रहण करते हुए अपनी दैनिक दिनचर्या शुरू की लेकिन तब भी उनके मन को शांति नहीं मिली तो उन्होंने जिला मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर में आयोजित हो रहे संत शिरोमणी सतगुरु रविदास जी महाराज के ऐतिहासिक सत्संग में सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज का दीदार किया तो तुरंत उन्होंने नाथपंथ को त्यागकर सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज को अपना इष्ट स्वीकार कर लिया, तभी से लेकर आज तक वह सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज के आदेशानुसार सतगुरु रविदास मिशन को आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात अग्रसित है। और वर्तमान में वह हथियातल निवासी पूर्व सैनिक जगदीश फौजी द्वारा दान की गई साढ़े तीन बीघा जमीन पर अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन आश्रम सच्चा धाम ट्रस्ट हथियातल तहसील रुड़की जिला हरिद्वार में विशाल सत्संग भवन बनाकर सेवा कर रहे हैं जहां पर प्रत्येक पूर्णिमा के अवसर पर कन्याएं जिमाई तथा हर महीने की 18 तारीख में दिन में सतसंग व भंडारा आयोजित किया जाता है तथा 18 नवंबर को शोभायात्रा उपरांत वार्षिक सत्संग आयोजित किया जाता है। आश्रम की भव्यता देखते ही मन प्रफुल्लित हो जाता है और आश्रम इतना हाईटेक है कि टोटल कंप्यूटराइज है। जहां पर सेवक सतगुरु भक्ति का आनंद ले रहे हैं। आश्रम में आने वाले सभी श्रद्धालु अपने संकट कटवाकर गुरू वाणी का जप करते हुए हंसते हंसते लौट रहे है।
संचालक:- एसडी गौतम भाटखेड़ी
@CHAMARBULLETINTV