मंत्र तंत्र यंत्र चैनल में आप सभी का स्वागत है आज मैं आप सभी के लिए हनुमान रक्षा शाबर मंत्र लेकर आया हूं
यह अत्यंत गोपनीय और महा शक्तिशाली हनुमान जी का शाबर मंत्र है यह शाबर मंत्र जो भी प्रतिदिन सुनता है उसकी रक्षा हनुमान जी दसों दिशाओं से करते हैं शत्रु उसका बाल भी बांका नहीं कर सकता इस मंत्र को जिस किसी स्थान पर सुनेंगे या जपेंगे उस स्थान पर अमंगल ठहर ही नहीं सकता
१००० पाठ करने से सिद्ध होता है। अधिक कष्ट हो, तो हनुमानजी का ध्यान लगाकर लाल फूल और गुग्गूल की 108 आहुति दें। लाल लँगोट, फल, मिठाई, ५ लौंग, ५ इलायची, १ सुपारी , हनुमान जी को चढ़ा कर इस मंत्र का पाठ करें
मंत्र प्रतिदिन सुनकर अवश्य लाभ लें
चैनल को सब्सक्राइब करें धन्यवादहनुमान रक्षा-शाबर मन्त्र
ॐ गर्जन्तां घोरन्तां, इतनी छिन कहाँ लगाई साँझ क वेला,लौंग-सुपारी-पान-फूल-इलायची-धूप-दीप-रोट॒लँगोट-फल-फलाहार मो पै माँगै। अञ्जनी-पुत्र प्रताप-रक्षा-कारण वेगि चलो। लोहे की गदा कील, चं चं गटका चक कील, बावन भैरो कील, मरी कील, मसान कील, प्रेत-ब्रह्म-राक्षस कील, दानव कील, नाग कील, साढ़ बारह ताप कील, तिजारी कील, छल कील, छिद कील, डाकनी कील, साकनी कील, दुष्ट कील, मुष्ट कील, तन कील, काल-भैरो कील, मन्त्र कील, कामरु देश के दोनों दरवाजा कील, बावन वीर कील, चौंसठ जोगिनी कील, मारते क हाथ कील, देखते क नयन कील, बोलते क जिह्वा कील, स्वर्ग कील, पाताल कील, पृथ्वी कील, तारा कील, कील बे कील, नहीं तो अञ्जनी माई की दोहाई फिरती रहे। जो करै वज्र की घात, उलटे वज्र उसी पै परै। छात फार के मरै। ॐ खं-खं-खं जं-जं-जं वं-वं-वं रं-रं-रं लं-लं-लं टं-टं-टं मं-मं-मं। महा रुद्राय नमः। अञ्जनी-पुत्राय नमः। हनुमताय नमः। वायु-पुत्राय नमः। राम-दूताय नमः।